What is input tax credit in GST in Hindi इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी)

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जीएसटी (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) एक व्यापक कर प्रणाली है, जो वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर लगने वाला अप्रत्यक्ष कर है। इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) (What is input tax credit in GST in Hindi) इस प्रणाली का एक महत्वपूर्ण पहलू है, जो व्यवसायों को टैक्स बोझ को कम करने में मदद करता है।

आइए, इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं को सूचीबद्ध रूप में देखें:

1. इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) क्या है?

  • इनपुट टैक्स क्रेडिट वह क्रेडिट है जो किसी पंजीकृत व्यवसाय को उन वस्तुओं या सेवाओं पर भुगतान किए गए जीएसटी के लिए मिलता है, जिनका उपयोग उसने अपने व्यापार में किया है या करने वाला है।

2. आईटीसी का दावा कौन कर सकता है?

  • केवल वही पंजीकृत व्यवसाय इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा कर सकते हैं, जिन्होंने जीएसटी के लिए पंजीकरण कराया है।

3. किस पर आईटीसी का दावा किया जा सकता है?

  • आपूर्ति या सेवाओं पर भुगतान किए गए जीएसटी पर, जिनका उपयोग आपके व्यापार में किया गया है या किया जाएगा (पूंजीगत वस्तुओं पर कुछ प्रतिबंध लागू होते हैं)।

4. आईटीसी का दावा कैसे करें?

  • आपूर्तिकर्ता द्वारा जारी किए गए वैध बिलों और चालानों के आधार पर जीएसटी रिटर्न दाखिल करते समय इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा किया जाता है।

5. आईटीसी का लाभ कैसे मिलता है?

  • आप अपने द्वारा बिक्री पर लिए गए जीएसटी (आउटपुट टैक्स) की राशि से इनपुट टैड क्रेडिट की राशि घटा सकते हैं।
  • यदि इनपुट टैक्स क्रेडिट की राशि आपके द्वारा लिए गए आउटपुट टैक्स से अधिक है, तो आप सरकार से शेष राशि का रिफंड प्राप्त कर सकते हैं।

6. आईटीसी के क्या फायदे हैं?

  • इनपुट टैक्स क्रेडिट व्यवसायों को टैक्स बोझ को कम करने में मदद करता है।
  • यह आपूर्ति श्रृंखला में टैक्स न्यूट्रलिटी सुनिश्चित करता है, क्योंकि प्रत्येक चरण में भुगतान किया गया टैक्स बाद के चरण में क्रेडिट के रूप में प्राप्त किया जा सकता है।

जीएसटी में रोके गए इनपुट टैक्स क्रेडिट (Blocked ITC) और इनपुट टैक्स क्रेडिट दावा करना

1. अवरुद्ध इनपुट टैक्स क्रेडिट (Blocked ITC) क्या है?

जीएसटी के तहत, आपूर्तिकर्ता से प्राप्त इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का दावा करने से पहले कुछ स्थितियों में उसे रोका जा सकता है। इसे अवरुद्ध इनपुट टैक्स क्रेडिट (Blocked ITC) कहा जाता है।

अवरुद्ध आईटीसी होने के कुछ कारण:

  • जीएसटी रिटर्न दाखिल करने में चूक
  • इनपुट टैक्स क्रेडिट के समर्थन में अपर्याप्त दस्तावेज जमा करना
  • आपूर्तिकर्ता द्वारा जीएसटी रिटर्न दाखिल करने में चूक करना (यदि आपूर्तिकर्ता एक कंपोजिशन स्कीम के तहत पंजीकृत है)

2. जीएसटी इनपुट टैक्स क्रेडिट कैसे देखें?

आप जीएसटी पोर्टल पर जाकर अपने इनपुट टैक्स क्रेडिट की स्थिति देख सकते हैं। यहां बताया गया है:

  • जीएसटी पोर्टल पर लॉग इन करें।
  • “सेवाएं” (“Services”) टैब पर जाएं और फिर “बहीखाता” (“Ledgers”) और “इलेक्ट्रॉनिक क्रेडिट लेजर” (“Electronic Credit Ledger”) चुनें।
  • यह पृष्ठ आपके उपलब्ध इनपुट टैक्स क्रेडिट और अवरुद्ध इनपुट टैक्स क्रेडिट (यदि कोई हो) दोनों को प्रदर्शित करेगा।

3. अमेज़न पर जीएसटी इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा कैसे करें?

आप अमेज़न बिज़नेस से खरीदे गए सामानों पर इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा कर सकते हैं, बशर्ते आप एक जीएसटी-पंजीकृत व्यवसाय हों और आप व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए सामान खरीद रहे हों।

यहां बताया गया है कि अमेज़न बिज़नेस पर जीएसटी इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा कैसे करें:

  • अमेज़न बिज़नेस पर खरीदारी करते समय, सुनिश्चित करें कि आपने अपना जीएसटी नंबर दर्ज कर लिया है।
  • विक्रेता द्वारा जारी टैक्स चालान को डाउनलोड करें।
  • जीएसटी रिटर्न दाखिल करते समय, इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा करने के लिए चालान की जानकारी दर्ज करें।

जीएसटी में इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का दावा

इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) जीएसटी व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण पहलू है, जो करदाताओं को खरीदे गए सामानों और सेवाओं पर भुगतान किए गए करों को घटाने की अनुमति देता है। आइए, इन सवालों के जवाब देकर आईटीसी से जुड़ी जानकारी को समझते हैं:

1. जीएसटी के तहत आईटीसी का दावा करने की समय सीमा क्या है?

आप जिस वित्तीय वर्ष में सामान या सेवा खरीदते हैं, उस वित्तीय वर्ष से संबंधित इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा करने की समय सीमाएं होती हैं:

  • समय सीमा: अगले वित्तीय वर्ष के सितंबर महीने की फाइलिंग से पहले (उदाहरण के लिए, वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 30 सितंबर 2024 से पहले)

2. जीएसटी अधिनियम में इनपुट टैक्स क्रेडिट का कैसे सेट-ऑफ किया जाता है?

जीएसटी अधिनियम की धारा 36(1) इनपुट टैक्स क्रेडिट के सेट-ऑफ की अनुमति देती है। इसका मतलब है कि आप आपूर्ति पर देय जीएसटी (आउटपुट टैक्स) की राशि को उस अवधि के दौरान खरीदे गए सामानों और सेवाओं पर भुगतान किए गए इनपुट टैक्स क्रेडिट से घटा सकते हैं।

3. जीएसटी में इनपुट टैक्स क्रेडिट का उपयोग कैसे करें?

आप निम्न तरीकों से जीएसटी में आईटीसी का उपयोग कर सकते हैं:

  • आपूर्ति पर देय जीएसटी (आउटपुट टैक्स) की राशि को कम करने के लिए।
  • जीएसटी कैश रिफंड का दावा करने के लिए (यदि आपका इनपुट टैक्स क्रेडिट आपूर्ति पर देय जीएसटी से अधिक हो)।
  • भविष्य की कर देनदारियों का भुगतान करने के लिए।
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