What is GST Composition Scheme in Hindi जीएसटी कंपोजीशन स्कीम क्या है?

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जीएसटी कंपोजीशन स्कीम (What is GST Composition Scheme in Hindi) छोटे कारोबारियों के लिए एक सरल और लाभदायक कर प्रणाली है। यह स्कीम उन व्यापारियों और व्यवसायों के लिए लागू की गई है, जिनका टर्नओवर निर्धारित सीमा से कम है। यह स्कीम कर भुगतान और जीएसटी फाइलिंग प्रक्रिया को आसान बनाती है।

What is GST Composition Scheme in Hindi


1. जीएसटी कंपोजीशन स्कीम का परिचय

विवरणजानकारी
कंपोजीशन स्कीम क्या है?यह एक वैकल्पिक कर प्रणाली है, जहां छोटे व्यापारी कम कर दर का लाभ ले सकते हैं।
लॉन्च वर्ष2017 (जीएसटी लागू होने के साथ)
उद्देश्यछोटे व्यापारियों को जीएसटी प्रक्रिया में राहत देना।
टर्नओवर सीमा1.5 करोड़ रुपये (कुछ राज्यों में 75 लाख रुपये)

2. कंपोजीशन स्कीम के लाभ

लाभविवरण
कम टैक्स दरेंसामान्य जीएसटी दरों की तुलना में कर दरें कम होती हैं।
कमpliance में आसानीमासिक रिटर्न के बजाय तिमाही रिटर्न भरना पड़ता है।
कम लागतलेखांकन और कर प्रक्रिया में लागत कम होती है।
सरल प्रक्रियाएंजीएसटी भुगतान और रिटर्न फाइलिंग की प्रक्रिया सरल है।

3. जीएसटी कंपोजीशन स्कीम के लिए पात्रता

पात्रता मापदंडविवरण
व्यापार का प्रकारनिर्माता, व्यापारी और रेस्टोरेंट ओनर्स।
टर्नओवर सीमापिछले वित्त वर्ष में ₹1.5 करोड़ से कम टर्नओवर।
सेवाएंकुछ सेवाओं को स्कीम में शामिल किया गया है।
इंटर-स्टेट सप्लाईजो व्यापारी इंटर-स्टेट सप्लाई करते हैं, वे पात्र नहीं हैं।
ई-कॉमर्स व्यापारीई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर सामान बेचने वाले व्यापारी पात्र नहीं हैं।

4. जीएसटी कंपोजीशन स्कीम के तहत कर दरें

व्यवसाय का प्रकारकर दर (%)
निर्माता और व्यापारी1% (0.5% CGST + 0.5% SGST)
रेस्टोरेंट (सिर्फ फूड सर्विस)5% (2.5% CGST + 2.5% SGST)
सेवा प्रदाता (कुछ सेवाएं)6% (3% CGST + 3% SGST)

5. कंपोजीशन स्कीम के तहत अनुपालन (Compliance)

अनुपालन कार्यविवरण
रजिस्ट्रेशनस्वेच्छा से कंपोजीशन स्कीम के तहत पंजीकरण करें।
रिटर्न फाइलिंगGSTR-4: तिमाही आधार पर रिटर्न दाखिल करना।
बिलिंग प्रक्रियाकंपोजीशन स्कीम में “बिल ऑफ सप्लाई” जारी करना।
कर भुगतानकर भुगतान तिमाही आधार पर करना होता है।
एनुअल रिटर्नफॉर्म GSTR-9A के तहत वार्षिक रिटर्न फाइल करना।

6. कंपोजीशन स्कीम में शामिल न होने वाले व्यवसाय

व्यवसाय/गतिविधिकारण
इंटर-स्टेट सप्लाईकंपोजीशन स्कीम में अनुमति नहीं है।
ई-कॉमर्स ऑपरेटरई-कॉमर्स के माध्यम से सप्लाई वाले व्यापारी स्कीम में शामिल नहीं होते।
नॉन-रेस्टोरेंट सेवाएंसेवा प्रदाता मुख्य रूप से स्कीम के बाहर हैं।
आइसक्रीम, पान मसाला निर्माताइन उत्पादों को स्कीम के तहत अनुमति नहीं है।

7. जीएसटी कंपोजीशन स्कीम के नुकसान

नुकसानविवरण
इंपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ नहींकंपोजीशन स्कीम के तहत ITC नहीं मिलता।
इंटर-स्टेट सप्लाई की मनाहीव्यवसाय सिर्फ इंट्रा-स्टेट सप्लाई कर सकते हैं।
टैक्स का बोझ खुद उठानाकंपोजीशन व्यापारी ग्राहकों से टैक्स वसूल नहीं कर सकते।
सीमित ग्रोथटर्नओवर सीमा की वजह से व्यवसाय की ग्रोथ सीमित हो सकती है।

8. कंपोजीशन स्कीम और रेगुलर स्कीम का तुलना

बिंदुकंपोजीशन स्कीमरेगुलर जीएसटी स्कीम
कर दर1% – 6%5% – 28%
रिटर्न फाइलिंगतिमाही (GSTR-4)मासिक (GSTR-1, GSTR-3B)
इंपुट टैक्स क्रेडिटनहीं मिलतामिलता है
सप्लाई की सीमासिर्फ इंट्रा-स्टेटइंटर-स्टेट सप्लाई की अनुमति
बिलिंग प्रक्रियाबिल ऑफ सप्लाईटैक्स इनवॉइस

9. जीएसटी कंपोजीशन स्कीम के तहत पंजीकरण प्रक्रिया

स्टेप्स:

  1. जीएसटी पोर्टल पर जाएंwww.gst.gov.in
  2. रजिस्ट्रेशन टैब पर क्लिक करें।
  3. अपनी जानकारी भरें – जैसे बिजनेस नाम, PAN, आधार कार्ड आदि।
  4. कंपोजीशन स्कीम विकल्प चुनें।
  5. डॉक्यूमेंट अपलोड करें।
  6. आवेदन सबमिट करें।
  7. प्राप्त करें ARN नंबर।

10. कंपोजीशन स्कीम से बाहर निकलना

यदि कोई व्यापारी निम्नलिखित शर्तों को पूरा करता है, तो उसे स्कीम से बाहर निकलना होगा:

  • टर्नओवर ₹1.5 करोड़ से अधिक हो जाना।
  • इंटर-स्टेट सप्लाई करना।
  • निषेध उत्पादों (जैसे तंबाकू, पान मसाला) का व्यापार करना।

बाहर निकलने के लिए व्यापारी को GST CMP-04 फॉर्म भरकर आवेदन करना होगा।


What is GST Composition Scheme in Hindi FAQ (सामान्य प्रश्न)

1. कंपोजीशन स्कीम में कौन-कौन से कर दरें लागू होती हैं?
1% – 6% तक कर दरें लागू होती हैं।

2. कंपोजीशन स्कीम में कौन शामिल हो सकता है?
₹1.5 करोड़ रुपये तक के टर्नओवर वाले छोटे व्यापारी इसमें शामिल हो सकते हैं।

3. क्या कंपोजीशन स्कीम में ITC (इनपुट टैक्स क्रेडिट) मिलता है?
नहीं, कंपोजीशन स्कीम में ITC का लाभ नहीं मिलता है।

4. कंपोजीशन स्कीम के लिए रिटर्न कौन सा भरना होता है?
GSTR-4 तिमाही आधार पर और GSTR-9A वार्षिक आधार पर भरना होता है।

5. क्या कंपोजीशन स्कीम ई-कॉमर्स व्यापारियों के लिए है?
नहीं, ई-कॉमर्स ऑपरेटर कंपोजीशन स्कीम का लाभ नहीं उठा सकते।


निष्कर्ष:
जीएसटी कंपोजीशन स्कीम (What is GST Composition Scheme in Hindi) छोटे व्यापारियों के लिए एक सरल और सुलभ कर प्रणाली है। यह स्कीम व्यवसायों को कम कर दरों पर टैक्स भरने का विकल्प देती है और उनके अनुपालन (compliance) के बोझ को कम करती है। लेकिन व्यापारियों को इसके नियम और शर्तों का पालन करना जरूरी है।

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