E invoice in GST in Hindi

Whatsapp Group
Telegram channel

जीएसटी व्यवस्था के तहत, सरकार ने पारंपरिक कागज के चालानों को चरणबद्ध तरीके से खत्म करने और उन्हें इलेक्ट्रॉनिक चालानों, यानी ई-इनवॉइस (E invoice in GST in Hindi) से बदलने की पहल की है। आइए, हम ई-इनवॉइस की अवधारणा को सूचीबद्ध बिंदुओं में आसानी से समझते हैं:

E invoice Kya Hota Hai

  • ई-इनवॉइस क्या है?

ई-इनवॉइस एक डिजिटल दस्तावेज़ है जो किसी आपूर्ति किए गए सामान या सेवा के लिए जारी किया जाता है। यह पारंपरिक कागज के चालान का इलेक्ट्रॉनिक रूप है, लेकिन अतिरिक्त सुरक्षा सुविधाओं के साथ।

  • ई-इनवॉइस में क्या होता है?

ई-इनवॉइस में वही जानकारी होती है जो आप पारंपरिक चालान में पाते हैं, जैसे आपूर्तिकर्ता और प्राप्तकर्ता का विवरण, वस्तुओं या सेवाओं का विवरण, कर की दरें, कर राशि आदि।

  • ई-इनवॉइस कैसे काम करता है?

आपूर्तिकर्ता अपने लेखांकन सॉफ्टवेयर या किसी ई-इनवॉइस पोर्टल के माध्यम से ई-इनवॉइस जनरेट करता है। फिर इसे जीएसटी पोर्टल पर भेजा जाता है। जीएसटी पोर्टल इनवॉइस को मान्य करता है और इसे एक अद्वितीय चालान संदर्भ संख्या (Invoice Reference Number – IRN) और क्यूआर कोड प्रदान करता है। इसके बाद, ई-इनवॉइस को आपूर्तिकर्ता द्वारा प्राप्तकर्ता को इलेक्ट्रॉनिक रूप से भेजा जाता है।

  • ई-इनवॉइस के क्या लाभ हैं?

ई-इनवॉइस के कई लाभ हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • कागज की खपत में कमी
  • डेटा प्रविष्टि त्रुटियों में कमी
  • इनवॉइस प्रसंस्करण में तेजी
  • कर चोरी को रोकने में सहायता
  • इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का आसान दावा
  • कौन सी कंपनियां ई-इनवॉइस जारी करने के लिए बाध्य हैं?

वर्तमान नियमों के अनुसार, जिन कंपनियों का वार्षिक कारोबार ₹5 करोड़ या उससे अधिक है, उन्हें बी2बी लेनदेन के लिए ई-इनवॉइस जारी करना अनिवार्य है। हालांकि, यह सीमा समय-समय पर कम हो सकती है।

  • ई-इनवॉइस जारी करने के लिए मुझे क्या करना होगा?

यदि आपकी कंपनी ई-इनवॉइस जारी करने के लिए बाध्य है, तो आपको अपने लेखांकन सॉफ़्टवेयर को अपग्रेड करना होगा जो ई-इनवॉइस जारी करने का समर्थन करता है या किसी ई-इनवॉइस पोर्टल का उपयोग करना होगा। आपको जीएसटी पोर्टल पर भी पंजीकृत होना चाहिए।

ई-इनवॉइस जीएसटी पोर्टल पर कब दिखाई देगा?

ई-इनवॉइस (E invoice in GST in Hindi) जेनरेट करने और उसे जीएसटी पोर्टल पर दिखाने में लगने वाला समय कुछ कारकों पर निर्भर करता है। यहां जानिए विस्तार से:

  • ई-इनवॉइस रिपोर्टिंग का समय: आपको ई-इनवॉइस को इनवॉइस रजिस्ट्रेशन पोर्टल (IRP) पर जल्द से जल्द जेनरेट करना चाहिए। अधिसूचित करदाताओं के लिए, वर्तमान में ई-इनवॉइस जेनरेट करने की समय सीमा चालान तिथि से 30 दिन है।
  • IRP द्वारा प्रोसेसिंग: एक बार ई-इनवॉइस IRP पर जमा हो जाने के बाद, उसे प्रणाली द्वारा मान्य किया जाता है। इसमें आमतौर पर कुछ ही सेकंड लगते हैं।
  • जीएसटी पोर्टल पर अद्यतन: मान्य होने के बाद, ई-इनवॉइस डेटा को जीएसटी पोर्टल पर स्थानांतरित कर दिया जाता है। इसमें आमतौर पर दो कार्यदिवस (T+2) लगते हैं।

इसलिए, कुल मिलाकर, ई-इनवॉइस जेनरेट करने और उसे जीएसटी पोर्टल पर दिखाने में लगने वाला समय कुछ सेकंड से लेकर दो कार्यदिवस (T+2) तक हो सकता है।

ध्यान देने योग्य बातें:

  • सुनिश्चित करें कि आपका ई-इनवॉइस IRP की आवश्यकताओं के अनुसार ठीक से तैयार किया गया है। किसी भी त्रुटि से देरी हो सकती है।
  • जीएसटी पोर्टल पर ई-इनवॉइस देखने में सक्षम होने के लिए, आपको जीएसटी पंजीकृत होना चाहिए।
  • आप जीएसटी पोर्टल पर लॉग इन करके और “इनवॉइस/क्रेडिट नोट” अनुभाग में जाकर अपने ई-इनवॉइस देख सकते हैं।

जीएसटी पोर्टल पर ई-इनवॉइस कैसे प्रिंट करें और रद्द करें

ई-इनवॉइस (इलेक्ट्रॉनिक इनवॉइस) जीएसटी व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह न सिर्फ कर चोरी रोकने में मदद करता है बल्कि व्यापार को भी सुगम बनाता है। आइए, जीएसटी पोर्टल पर ई-इनवॉइस को प्रिंट करने और रद्द करने की प्रक्रिया को क्रम से समझते हैं:

1. ई-इनवॉइस प्रिंट करना

कैसे करें:

  • जीएसटी पोर्टल पर लॉग इन करें।
  • “ई-वे बिल/ई-इनवॉइस” सेक्शन पर जाएं।
  • “ई-इनवॉइस रिपोर्ट” चुनें।
  • अपनी आवश्यकता के अनुसार तिथि सीमा और अन्य फ़िल्टर लगाएं।
  • खोजें (Search) बटन पर क्लिक करें।
  • आप जिस इनवॉइस को प्रिंट करना चाहते हैं उसे चुनें।
  • “पीडीएफ डाउनलोड करें” (Download PDF) विकल्प पर क्लिक करें।
  • डाउनलोड किए गए पीडीएफ को खोलें और अपने प्रिंटर से प्रिंट लें।

2. ई-इनवॉइस रद्द करना

ई-इनवॉइस जारी करने के 24 घंटों के भीतर ही आप उसे रद्द कर सकते हैं।

कैसे करें:

  • जीएसटी पोर्टल पर लॉग इन करें।
  • “ई-वे बिल/ई-इनवॉइस” सेक्शन पर जाएं।
  • “ई-इनवॉइस रद्द करें” चुनें।
  • इनवॉइस संदर्भ संख्या (IRN) या स्वीकृति संख्या दर्ज करें।
  • रद्द करने का कारण चुनें।
  • रद्द करने का विवरण दें (यदि आवश्यक हो)।
  • “जमा करें” (Submit) बटन पर क्लिक करें।
Whatsapp Group
Telegram channel

Leave a Comment