What is 80C in Income Tax in Hindi आयकर में धारा 80C क्या है?

Whatsapp Group
Telegram channel

धारा 80C भारत के आयकर अधिनियम, 1961 के तहत (What is 80C in Income Tax in Hindi) एक प्रावधान है जो करदाताओं को निवेश और खर्च पर टैक्स छूट का लाभ देता है। इसका उद्देश्य लोगों को बचत और निवेश के लिए प्रेरित करना है।
इस लेख में, हम 80C से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को टेबल और सूचीबद्ध तरीके से प्रस्तुत करेंगे।

What is 80C in Income Tax in Hindi


1. धारा 80C के तहत निवेश के विकल्प

निवेश विकल्पटैक्स छूट की पात्रतालॉक-इन अवधिअनुमानित रिटर्न (%)
सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF)पूरे निवेश पर15 वर्ष7.1% (सरकारी दर)
कर्मचारी भविष्य निधि (EPF)कर्मचारी का योगदानसेवानिवृत्ति तक8.15% (सरकारी दर)
जीवन बीमा प्रीमियमभुगतान की गई पूरी प्रीमियमपॉलिसी अवधि तकपॉलिसी के अनुसार
कर-बचत फिक्स्ड डिपॉजिट (FD)₹1,50,000 तक5 वर्ष5.5% – 7%
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC)पूरे निवेश पर5 वर्ष7.7% (सरकारी दर)
इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS)₹1,50,000 तक3 वर्ष12%-15% (अनुमानित)
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)पूरे निवेश पर21 वर्ष8% (सरकारी दर)
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS)₹1,50,000 तक5 वर्ष8.2% (सरकारी दर)

2. धारा 80C के तहत पात्र खर्च

खर्च का प्रकारटैक्स छूट की पात्रताअधिकतम सीमा
बच्चों की स्कूल फीस₹1,50,000 तक₹1,50,000
गृह ऋण का मूलधन भुगतान₹1,50,000 तक₹1,50,000
पोस्ट ऑफिस टर्म डिपॉजिट₹1,50,000 तक₹1,50,000
स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क₹1,50,000 तक₹1,50,000

3. धारा 80C के तहत टैक्स छूट की सीमा

धारा 80C के तहत टैक्स छूट की अधिकतम सीमा ₹1,50,000 है। यह सीमा व्यक्तिगत और एचयूएफ (हिंदू अविभाजित परिवार) दोनों के लिए लागू है।

कैटेगरीअधिकतम सीमा (₹)
व्यक्तिगत₹1,50,000
एचयूएफ (HUF)₹1,50,000

4. धारा 80C और नई टैक्स व्यवस्था

वित्तीय वर्ष 2023-24 से नई टैक्स व्यवस्था लागू है। नई टैक्स व्यवस्था में धारा 80C के तहत कोई छूट नहीं मिलती।

टैक्स व्यवस्थाधारा 80C का लाभ
पुरानी टैक्स व्यवस्थाउपलब्ध
नई टैक्स व्यवस्थाउपलब्ध नहीं

5. धारा 80C के तहत टैक्स छूट कैसे प्राप्त करें?

  1. उपयुक्त निवेश चुनें: अपने वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम क्षमता के अनुसार निवेश विकल्प चुनें।
  2. सभी दस्तावेज़ सुरक्षित रखें: निवेश रसीद, प्रमाणपत्र, और भुगतान विवरण संभाल कर रखें।
  3. इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरें: ITR भरते समय 80C के तहत निवेश और खर्च की जानकारी प्रदान करें।

6. 80C से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य

प्वाइंटविवरण
धारा 80C के तहत अधिकतम सीमा₹1,50,000
संयुक्त निवेश और खर्च का लाभनिवेश और खर्च को मिलाकर ₹1,50,000 तक छूट मिलती है।
अन्य धारा 80C से संबंधित उप-धाराएं80CCC (पेंशन स्कीम), 80CCD (NPS)

7. धारा 80C के अलावा अन्य संबंधित धाराएं

धाराविवरणअधिकतम सीमा (₹)
80CCCपेंशन स्कीम में निवेश₹1,50,000
80CCD (1B)राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) में अतिरिक्त योगदान₹50,000

8. धारा 80C का लाभ कौन उठा सकता है?

योग्य व्यक्ति
सैलरीड कर्मचारी
स्वरोजगार व्यक्ति
वरिष्ठ नागरिक
हिंदू अविभाजित परिवार (HUF)

9. 80C के तहत निवेश का महत्व

  1. टैक्स बचत: निवेश पर ₹1,50,000 तक टैक्स छूट।
  2. भविष्य की सुरक्षा: PPF, EPF, और SSY जैसी योजनाएं भविष्य की आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती हैं।
  3. लाभकारी रिटर्न: ELSS जैसे विकल्प उच्च रिटर्न के साथ-साथ टैक्स बचत भी देते हैं।

10. 80C के तहत योजनाओं का चयन कैसे करें?

पैरामीटरचयन करने का तरीका
लक्ष्य अवधिछोटी अवधि के लिए ELSS, लंबी अवधि के लिए PPF।
जोखिम क्षमताकम जोखिम के लिए PPF, उच्च जोखिम के लिए ELSS।
लिक्विडिटीनियमित जरूरतों के लिए FD, NSC।
रिटर्नउच्च रिटर्न के लिए ELSS।

What is 80c in Income Tax in Hindi FAQ (सामान्य प्रश्न)

1. क्या धारा 80C नई टैक्स व्यवस्था में लागू होती है?
नई टैक्स व्यवस्था में धारा 80C का लाभ नहीं मिलता।

2. क्या 80C के तहत बच्चे की स्कूल फीस पर छूट मिलती है?
हां, ट्यूशन फीस पर छूट मिलती है।

3. क्या धारा 80C का लाभ संयुक्त रूप से लिया जा सकता है?
हां, निवेश और खर्च मिलाकर ₹1,50,000 तक छूट ली जा सकती है।

4. क्या HUF 80C का लाभ उठा सकता है?
हां, HUF को भी ₹1,50,000 तक की छूट मिलती है।

5. धारा 80C के तहत कौन-सा विकल्प सबसे अच्छा है?
यह आपकी आवश्यकता, जोखिम क्षमता, और अवधि पर निर्भर करता है। उदाहरण: लंबी अवधि के लिए PPF, उच्च रिटर्न के लिए ELSS।

Whatsapp Group
Telegram channel

Leave a Comment