जीएसटी रिटर्न के प्रकार (Types of GST Return in Hindi)

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GST (Goods and Services Tax) एक अप्रत्यक्ष कर है जो भारत में वस्त्रों और सेवाओं पर लागू होता है। जीएसटी रिटर्न वह दस्तावेज़ होते हैं जिन्हें व्यापारी, सेवा प्रदाता या अन्य करदाता जीएसटी विभाग के पास हर महीने या तिमाही में दाखिल करते हैं। इन रिटर्न के माध्यम से करदाता अपने जीएसटी भुगतान, बिक्री, खरीद और अन्य लेन-देन की जानकारी सरकार को प्रदान करते हैं।

भारत में कुल मिलाकर 13 प्रकार के जीएसटी रिटर्न (Types of GST Return in Hindi) होते हैं, जो विभिन्न प्रकार के करदाताओं और उनके व्यवसायों के लिए निर्धारित किए गए हैं। आइए हम इन रिटर्न के प्रकारों को विस्तार से समझते हैं:

Types of GST Return in Hindi


जीएसटी रिटर्न के प्रकार (Types of GST Returns)

रिटर्न प्रकारविवरण
1. GSTR-1जीएसटी रिटर्न फॉर आउटवर्ड सप्लाई: यह रिटर्न उन करदाताओं द्वारा भरा जाता है जो वस्त्रों और सेवाओं की आपूर्ति करते हैं। इसमें विक्रय विवरण (Sales Details) को रिपोर्ट करना होता है।
2. GSTR-2जीएसटी रिटर्न फॉर इनवर्टेड सप्लाई: यह रिटर्न खरीदी गई वस्त्रों और सेवाओं की जानकारी देने के लिए था, लेकिन इसे अब GSTR-2A द्वारा बदल दिया गया है।
3. GSTR-3जीएसटी रिटर्न फॉर रेटर्नर (संवेदनशील): यह मासिक रिटर्न था जो जीएसटी की सभी जानकारी को एकीकृत करता था, लेकिन इसे GSTR-3B से बदल दिया गया है।
4. GSTR-3Bजीएसटी रिटर्न फॉर पार्टियल रिटर्न: यह एक सरल और सामान्य रिटर्न है जिसे हर महीने भरना होता है। इसमें बिक्री, खरीद, और टैक्स की जानकारी दी जाती है।
5. GSTR-4संपूर्ण रिटर्न – कंपोजीशन स्कीम: यह रिटर्न उन करदाताओं के लिए है जो कंपोजीशन स्कीम के तहत जीएसटी भुगतान करते हैं। इसमें केवल टैक्स की जानकारी दी जाती है।
6. GSTR-5जीएसटी रिटर्न फॉर नॉन-रिजिडेंट टैक्सपेयर: यह रिटर्न विदेशों से व्यापार करने वाले गैर-निवासी करदाताओं द्वारा भरा जाता है।
7. GSTR-6जीएसटी रिटर्न फॉर input service distributors: यह रिटर्न उन करदाताओं के लिए होता है जो एक से अधिक स्थानों से सेवाएं वितरित करते हैं और अपने इनपुट क्रेडिट को वितरित करते हैं।
8. GSTR-7जीएसटी रिटर्न फॉर टैक्स डेडक्शन अट सोर्स (TDS): यह रिटर्न उन करदाताओं द्वारा भरा जाता है जो TDS (Tax Deducted at Source) का भुगतान करते हैं।
9. GSTR-8जीएसटी रिटर्न फॉर TCS (Tax Collected at Source): यह रिटर्न उन करदाताओं के लिए है जो TCS (Tax Collected at Source) के तहत टैक्स एकत्र करते हैं।
10. GSTR-9जीएसटी वार्षिक रिटर्न: यह वार्षिक रिटर्न है जिसे सभी करदाता वर्ष के अंत में दाखिल करते हैं। इसमें सालभर के सभी रिटर्न और ट्रांजैक्शंस की जानकारी दी जाती है।
11. GSTR-10जीएसटी रिटर्न फॉर डीलर का क्लोजर: यह रिटर्न उन करदाताओं द्वारा भरा जाता है जिन्होंने अपना जीएसटी पंजीकरण रद्द करा लिया है।
12. GSTR-11जीएसटी रिटर्न फॉर यूजर एक्सेम्पट (Exemptions): यह रिटर्न उन करदाताओं के लिए है जो एक निर्धारित सीमा से कम बिक्री करते हैं और जो जीएसटी से मुक्त रहते हैं।
13. GST PMT-08जीएसटी रिटर्न फॉर ऑटोमेटेड मासिक पेमेंट: यह रिटर्न तब भरा जाता है जब कोई भी करदाता अपनी जीएसटी देनदारियों का भुगतान करता है।

जीएसटी रिटर्न भरने की प्रक्रिया (Process of Filing GST Returns)

चरणविवरण
1. जीएसटी पोर्टल पर लॉगिन करेंwww.gst.gov.in पर जाएं और अपनी यूजर आईडी और पासवर्ड के साथ लॉगिन करें।
2. सही रिटर्न का चयन करेंउपयुक्त रिटर्न (जैसे GSTR-1, GSTR-3B आदि) को चुनें और उसे भरें।
3. सभी जानकारी दर्ज करेंबिक्री, खरीद और टैक्स विवरण दर्ज करें, और दस्तावेज़ अपलोड करें।
4. भुगतान करेंटैक्स भुगतान करने के लिए ऑनलाइन भुगतान विकल्प का उपयोग करें।
5. रिटर्न सबमिट करेंरिटर्न को सबमिट करने से पहले सभी विवरणों की समीक्षा करें और फिर फॉर्म को सबमिट करें।

जीएसटी रिटर्न से संबंधित सामान्य प्रश्न (Types of GST Return in Hindi FAQs)

  1. प्रश्न: GSTR-1 क्या है?
    उत्तर: GSTR-1 रिटर्न उन व्यापारियों के लिए है जो अपनी आउटवर्ड सप्लाई (बिक्री) की जानकारी देते हैं। इसमें विक्रय का विवरण भरा जाता है।
  2. प्रश्न: GSTR-3B क्या है?
    उत्तर: GSTR-3B एक सादे रिटर्न है, जिसमें करदाता अपनी बिक्री, खरीद, और कर भुगतान की जानकारी देते हैं। यह मासिक रिटर्न है।
  3. प्रश्न: GSTR-9 कब भरना होता है?
    उत्तर: GSTR-9 वार्षिक रिटर्न है जिसे हर करदाता साल के अंत में भरता है। इसमें पूरे वर्ष के सभी ट्रांजैक्शंस की जानकारी दी जाती है।
  4. प्रश्न: क्या GSTR-4 केवल छोटे व्यापारी ही भर सकते हैं?
    उत्तर: हां, GSTR-4 कंपोजीशन स्कीम के तहत कर भुगतान करने वाले छोटे व्यापारी भरते हैं।
  5. प्रश्न: क्या मुझे GSTR-10 फॉर्म भरने की आवश्यकता है?
    उत्तर: GSTR-10 तब भरना होता है जब किसी करदाता का जीएसटी पंजीकरण रद्द किया जाता है।

निष्कर्ष:

जीएसटी रिटर्न विभिन्न प्रकार के होते हैं, और प्रत्येक रिटर्न को अलग-अलग उद्देश्यों के लिए भरा जाता है। व्यापारियों को अपनी बिक्री, खरीद और कर भुगतान के सभी विवरणों को समय पर और सही तरीके से दाखिल करना चाहिए, ताकि वे जीएसटी कानून के तहत अपने कर्तव्यों का पालन कर सकें और किसी भी प्रकार के दंड या पेनल्टी से बच सकें।

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