Time of Supply in GST in Hindi जीएसटी में सप्लाई का समय

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जीएसटी (वस्तु और सेवा कर) में Time of Supply एक महत्वपूर्ण अवधारणा (Time of Supply in GST in Hindi) है। यह निर्धारित करता है कि टैक्स (GST) की देनदारी कब उत्पन्न होगी। इसका मुख्य उद्देश्य टैक्स के भुगतान की तारीख और टैक्स इनवॉइस जारी करने के बीच किसी भी भ्रम को दूर करना है। नीचे दिए गए विवरण में Time of Supply के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को टेबल और सूचीबद्ध तरीके से समझाया गया है।

Time of Supply in GST in Hindi


1. टाइम ऑफ सप्लाई क्या है?

Time of Supply का अर्थ है वह समय जब जीएसटी देय (payable) होता है। इसमें यह बताया जाता है कि कौन-सी तारीख पर टैक्स की देनदारी बनेगी। जीएसटी में इसे 3 प्रमुख श्रेणियों में बांटा गया है:

  1. वस्तुओं (Goods) की सप्लाई का समय
  2. सेवाओं (Services) की सप्लाई का समय
  3. Reverse Charge Mechanism (RCM) में सप्लाई का समय

2. वस्तुओं (Goods) की सप्लाई का समय

वस्तुओं की सप्लाई के समय को GST Act के तहत नीचे दिए गए नियमों के आधार पर निर्धारित किया जाता है:

स्थितिटाइम ऑफ सप्लाईउदाहरण
इंवॉइस जारी करनाजिस तारीख को इनवॉइस जारी की जाती है या सामान की सप्लाई की तारीख, इनमें से जो पहले हो।इनवॉइस 5 जुलाई को जारी हुई और सामान 10 जुलाई को सप्लाई हुआ। टाइम ऑफ सप्लाई = 5 जुलाई।
यदि इनवॉइस जारी नहीं हुईसामान की सप्लाई की तारीखइनवॉइस नहीं जारी हुई, लेकिन सामान 15 अगस्त को सप्लाई किया गया। टाइम ऑफ सप्लाई = 15 अगस्त।

3. सेवाओं (Services) की सप्लाई का समय

सेवाओं के लिए जीएसटी में टाइम ऑफ सप्लाई निम्नलिखित आधार पर निर्धारित किया जाता है:

स्थितिटाइम ऑफ सप्लाईउदाहरण
इनवॉइस जारी करना और भुगतान प्राप्त करनाइनवॉइस जारी करने की तारीख या भुगतान प्राप्त होने की तारीख, जो पहले हो।इनवॉइस 1 अगस्त को जारी हुई, लेकिन भुगतान 5 अगस्त को प्राप्त हुआ। टाइम ऑफ सप्लाई = 1 अगस्त।
इनवॉइस नहीं जारी हुईसेवा प्रदान करने की तारीखइनवॉइस जारी नहीं हुई, लेकिन सेवा 20 सितंबर को दी गई। टाइम ऑफ सप्लाई = 20 सितंबर।

4. Reverse Charge Mechanism (RCM) में टाइम ऑफ सप्लाई

Reverse Charge के तहत टैक्स की जिम्मेदारी सप्लायर के बजाय प्राप्तकर्ता (Recipient) पर होती है।

स्थितिटाइम ऑफ सप्लाईउदाहरण
भुगतान की तारीखजब भुगतान किया जाएभुगतान 5 अगस्त को किया गया। टाइम ऑफ सप्लाई = 5 अगस्त।
60 दिनों के भीतर भुगतान नहीं हुआसप्लाई की तारीखसप्लाई की तारीख 10 जून थी, लेकिन भुगतान 15 अगस्त तक नहीं हुआ। टाइम ऑफ सप्लाई = 10 जून।

5. समय का निर्धारण – विशेष मामलों में

कुछ विशेष मामलों में टाइम ऑफ सप्लाई निम्न प्रकार से निर्धारित होता है:

स्थितिटाइम ऑफ सप्लाई
वाउचर (Vouchers)वाउचर जारी करने की तारीख यदि सप्लाई की जानकारी स्पष्ट हो। अन्यथा वाउचर रिडीम करने की तारीख।
ब्याज, लेट फीस या पेनल्टीब्याज या पेनल्टी प्राप्त करने की तारीख।
सतत सप्लाई (Continuous Supply)प्रत्येक भुगतान की तारीख या इनवॉइस जारी करने की तारीख, जो पहले हो।

6. वस्तुओं और सेवाओं के लिए टाइम ऑफ सप्लाई का तुलनात्मक सारांश

श्रेणीवस्तुओं (Goods)सेवाओं (Services)
टाइम ऑफ सप्लाईइनवॉइस या सप्लाई की तारीख, जो पहले होइनवॉइस या भुगतान की तारीख, जो पहले हो
इनवॉइस जारी न हो तोसप्लाई की तारीखसेवा प्रदान करने की तारीख
Reverse Charge (RCM)भुगतान की तारीख या 60 दिनों का समयभुगतान की तारीख या 60 दिनों का समय

7. सतत सप्लाई (Continuous Supply) का समय

सतत सप्लाई का मतलब है जब वस्तुएं या सेवाएं नियमित अंतराल पर सप्लाई की जाती हैं।

स्थितिनियमउदाहरण
समय-समय पर भुगतानसमय-समय पर इनवॉइस या भुगतान की तारीखहर महीने बिल और भुगतान 5 तारीख को किया जाता है। टाइम ऑफ सप्लाई = 5 तारीख।
अनिश्चित समयावधिसप्लाई पूरी होने के 30 दिनों के भीतर इनवॉइस जारी करना अनिवार्य है।सेवा 1 अप्रैल को समाप्त हुई। इनवॉइस = 30 अप्रैल तक।

8. ब्याज, लेट फीस और अन्य शुल्कों पर जीएसटी

अगर किसी सप्लाई पर लेट फीस, ब्याज, या पेनल्टी लगती है, तो जीएसटी इसके लिए भी लागू होगा।

चार्ज का प्रकारटाइम ऑफ सप्लाईउदाहरण
ब्याज / लेट फीसजब चार्ज प्राप्त किया जाए₹500 लेट फीस 10 अगस्त को प्राप्त हुई। टाइम ऑफ सप्लाई = 10 अगस्त।

9. टाइम ऑफ सप्लाई के लिए महत्वपूर्ण नियम

  1. वस्तुओं और सेवाओं का अंतर
    • वस्तुओं में मुख्य रूप से इनवॉइस या सप्लाई की तारीख देखी जाती है।
    • सेवाओं में इनवॉइस या भुगतान की तारीख महत्वपूर्ण होती है।
  2. आरसीएम (RCM)
    • इसमें प्राप्तकर्ता को टैक्स चुकाना होता है, न कि सप्लायर को।
  3. प्री-पेमेंट
    • प्री-पेमेंट करने पर टाइम ऑफ सप्लाई वही तारीख होगी जब भुगतान किया गया हो।

10. टाइम ऑफ सप्लाई का व्यावहारिक उदाहरण

स्थितितारीखेंटाइम ऑफ सप्लाई
सामान की सप्लाई और इनवॉइसइनवॉइस: 1 अगस्त, सप्लाई: 5 अगस्त1 अगस्त
सेवा की इनवॉइस और भुगतानइनवॉइस: 10 जुलाई, भुगतान: 15 जुलाई10 जुलाई
RCM में भुगतानसप्लाई: 20 जून, भुगतान: 15 जुलाई15 जुलाई

Time of Supply in GST in Hindi FAQ (सामान्य प्रश्न)

1. जीएसटी में टाइम ऑफ सप्लाई क्यों महत्वपूर्ण है?
यह टैक्स देनदारी की तारीख को निर्धारित करता है ताकि टैक्स सही समय पर चुकाया जा सके।

2. वस्तुओं और सेवाओं में टाइम ऑफ सप्लाई का क्या अंतर है?
वस्तुओं में इनवॉइस या सप्लाई की तारीख देखी जाती है जबकि सेवाओं में इनवॉइस या भुगतान की तारीख महत्वपूर्ण होती है।

3. RCM में टाइम ऑफ सप्लाई कब बनता है?
आरसीएम में भुगतान की तारीख या सप्लाई की तारीख से 60 दिनों का समय देखा जाता है।

4. क्या टाइम ऑफ सप्लाई में लेट फीस पर टैक्स लगता है?
हां, लेट फीस, ब्याज या पेनल्टी पर भी जीएसटी देय होता है।

5. सतत सप्लाई (Continuous Supply) में टैक्स की देनदारी कैसे तय होती है?
प्रत्येक भुगतान या इनवॉइस जारी होने की तारीख के आधार पर टैक्स देय होता है।


यह लेख “GST में टाइम ऑफ सप्लाई” को सरल और स्पष्ट रूप से समझाने का प्रयास करता है।

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