Third Party Insurance Kitne Ka Hota Hai थर्ड पार्टी इंश्योरेंस कितने का होता है?

Whatsapp Group
Telegram channel

थर्ड पार्टी इंश्योरेंस का प्रीमियम (Third Party Insurance Kitne Ka Hota Hai) वाहनों के प्रकार, इंजन क्षमता (CC), और इंश्योरेंस कंपनी पर निर्भर करता है। यह इंश्योरेंस वाहन दुर्घटना में किसी तीसरे व्यक्ति को होने वाले नुकसान या संपत्ति क्षति के लिए कवर प्रदान करता है।

Third Party Insurance Kitne Ka Hota Hai


1. थर्ड पार्टी इंश्योरेंस की कीमत

वाहन का प्रकारइंजन क्षमता (CC)वार्षिक प्रीमियम (₹)
दोपहिया वाहन (बाइक, स्कूटी)75 CC तक₹538 – ₹600
75 – 150 CC₹714 – ₹1,000
150 – 350 CC₹1,366 – ₹1,500
350 CC से अधिक₹2,804 – ₹3,000
चार पहिया वाहन (कार)1000 CC तक₹2,094 – ₹2,200
1000 – 1500 CC₹3,416 – ₹3,500
1500 CC से अधिक₹7,897 – ₹8,000
व्यावसायिक वाहन (ट्रक, बस)3 टन तक₹10,000 – ₹15,000
3 – 12 टन₹20,000 – ₹30,000
12 टन से अधिक₹30,000 – ₹50,000

2. थर्ड पार्टी इंश्योरेंस में क्या-क्या कवर होता है?

कवर का प्रकारविवरण
व्यक्तिगत क्षति (Injury)किसी तीसरे व्यक्ति को शारीरिक नुकसान होने पर चिकित्सा खर्च का कवर।
संपत्ति क्षति (Property Damage)तीसरे पक्ष की संपत्ति को हुए नुकसान के लिए अधिकतम ₹7.5 लाख तक का कवर।
कानूनी देयता (Legal Liability)दुर्घटना के लिए कानूनी खर्च और जुर्माना का भुगतान।

3. थर्ड पार्टी इंश्योरेंस की विशेषताएं

  1. कानूनी अनिवार्यता:
    • भारत में मोटर वाहन अधिनियम के तहत थर्ड पार्टी इंश्योरेंस लेना अनिवार्य है।
  2. कम लागत:
    • यह अन्य इंश्योरेंस योजनाओं की तुलना में सस्ता है।
  3. सीमित कवरेज:
    • यह केवल तीसरे पक्ष के नुकसान के लिए कवर प्रदान करता है, वाहन मालिक के नुकसान के लिए नहीं।
  4. प्रीमियम का निर्धारण:
    • इंजन क्षमता और वाहन के प्रकार के अनुसार तय किया जाता है।

4. थर्ड पार्टी इंश्योरेंस कैसे खरीदें?

  1. ऑनलाइन खरीदें:
    • बीमा कंपनियों की वेबसाइट या बीमा एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म से आसानी से खरीद सकते हैं।
  2. ऑफलाइन खरीदें:
    • बीमा एजेंट या कंपनी के कार्यालय जाकर खरीद सकते हैं।
  3. जरूरी दस्तावेज:
    • वाहन का पंजीकरण प्रमाण पत्र (RC), ड्राइविंग लाइसेंस, और पहचान प्रमाण।

5. थर्ड पार्टी इंश्योरेंस को सस्ता कैसे बनाएं?

  1. ऑनलाइन तुलना करें:
    • विभिन्न कंपनियों के प्लान की तुलना करें।
  2. नो-क्लेम बोनस (NCB):
    • दुर्घटना का दावा न करने पर अगली बार प्रीमियम में छूट मिलती है।
  3. लंबी अवधि के लिए खरीदें:
    • 3 या 5 साल की पॉलिसी में प्रीमियम कम होता है।

6. Third Party Insurance Kitne Ka Hota Hai FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

  1. थर्ड पार्टी इंश्योरेंस अनिवार्य क्यों है?
    • यह सड़क दुर्घटना में तीसरे व्यक्ति को होने वाले नुकसान को कवर करता है, जो कानूनी रूप से आवश्यक है।
  2. क्या थर्ड पार्टी इंश्योरेंस में वाहन मालिक को कवर मिलता है?
    • नहीं, यह केवल तीसरे पक्ष के लिए है, वाहन मालिक के नुकसान के लिए नहीं।
  3. क्या थर्ड पार्टी इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदा जा सकता है?
    • हां, इसे ऑनलाइन खरीदना आसान और तेज है।
  4. क्या थर्ड पार्टी इंश्योरेंस में पर्सनल एक्सीडेंट कवर शामिल है?
    • नहीं, यह अलग से लेना पड़ता है।
  5. क्या प्रीमियम हर साल बदलता है?
    • हां, IRDAI के नियमों के अनुसार प्रीमियम दरों में बदलाव हो सकता है।
  6. क्या यह प्लान दूसरे वाहन को ड्राइव करने पर भी लागू होगा?
    • नहीं, इंश्योरेंस केवल उसी वाहन के लिए मान्य होता है जिसके लिए लिया गया है।
  7. क्या क्लेम प्रक्रिया जटिल है?
    • नहीं, आपको बीमा कंपनी को सूचित करना होता है और जरूरी दस्तावेज जमा करने होते हैं।

निष्कर्ष

थर्ड पार्टी इंश्योरेंस (Third Party Insurance Kitne Ka Hota Hai) एक आवश्यक और किफायती विकल्प है, खासकर कानूनी अनिवार्यता के लिए। दोपहिया वाहनों के लिए ₹538 से शुरू होकर, कारों के लिए ₹2,094 तक का प्रीमियम उपलब्ध है। यह योजना दुर्घटनाओं में तीसरे पक्ष के नुकसान को कवर करती है, लेकिन स्वयं वाहन को नहीं।

Whatsapp Group
Telegram channel

Leave a Comment