Loan Par GST Kitna Lagta Hai लोन पर GST कितना लगता है?

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भारत में लोन पर सीधे तौर पर कोई GST (Goods and Services Tax) नहीं लगाया जाता है क्योंकि यह एक वित्तीय सेवा (financial service) है, जो GST के तहत कर-मुक्त (tax-free) मानी जाती है। हालांकि, लोन से जुड़ी कुछ सेवाओं पर GST (Loan Par GST Kitna Lagta Hai) लागू होता है।

Loan Par GST Kitna Lagta Hai

आइए विस्तार से समझते हैं:


1. प्रोसेसिंग फीस पर GST (GST on Processing Fees)

  • जब आप लोन लेते हैं, तो बैंक या वित्तीय संस्थान आपसे प्रोसेसिंग फीस (Processing Fee) लेते हैं।
  • इस प्रोसेसिंग फीस पर 18% GST लगाया जाता है।

उदाहरण:
यदि आपकी प्रोसेसिंग फीस ₹5,000 है, तो इस पर 18% GST लागू होगा:
₹5,000 x 18% = ₹900
कुल प्रोसेसिंग फीस = ₹5,000 + ₹900 = ₹5,900


2. फोरक्लोज़र चार्ज पर GST (GST on Foreclosure Charges)

  • यदि आप लोन की पूरी राशि को तय समय से पहले चुका देते हैं, तो बैंक फोरक्लोज़र चार्ज (Foreclosure Charges) लगाता है।
  • इस चार्ज पर भी 18% GST लागू होता है।

उदाहरण:
मान लीजिए, बैंक ने फोरक्लोज़र चार्ज ₹10,000 तय किया है।
₹10,000 x 18% = ₹1,800
कुल फोरक्लोज़र चार्ज = ₹10,000 + ₹1,800 = ₹11,800


3. लॉकर और अन्य सेवाओं पर GST (GST on Other Charges)

  • डॉक्यूमेंटेशन चार्ज (Documentation Charges): लोन के दस्तावेज़ तैयार करने के लिए जो फीस ली जाती है, उस पर 18% GST लगता है।
  • लोन प्रोसेसिंग सर्विस (Loan Processing Services): सभी सेवा शुल्क पर भी 18% GST लागू होता है।
  • ईएमआई बाउंस चार्ज (EMI Bounce Charges): अगर EMI बाउंस हो जाती है, तो उस पर लगाए गए पेनल्टी शुल्क पर भी 18% GST लगाया जाता है।

4. ब्याज पर GST (GST on Interest Rate)

  • लोन के ब्याज (Interest) पर कोई GST नहीं लगता है।
  • ब्याज राशि पूरी तरह से कर-मुक्त (tax-free) होती है।

नोट:
बैंक द्वारा लिए गए ब्याज पर GST न लगने के कारण, लोन की कुल लागत अपेक्षाकृत कम रहती है।


5. बीमा प्रीमियम पर GST (GST on Insurance Premium)

  • यदि आपने लोन के साथ बीमा (Insurance) भी लिया है, तो बीमा प्रीमियम पर 18% GST लागू होता है।
  • बीमा का भुगतान एकमुश्त या मासिक आधार पर किया जा सकता है।

उदाहरण:
अगर बीमा प्रीमियम ₹2,000 है, तो:
₹2,000 x 18% = ₹360
कुल प्रीमियम = ₹2,000 + ₹360 = ₹2,360


6. लॉन के प्रकार के अनुसार GST (GST Based on Loan Type)

लोन का प्रकारGST दर
होम लोन (Home Loan)ब्याज पर कोई GST नहीं, लेकिन प्रोसेसिंग फीस पर 18% GST
पर्सनल लोन (Personal Loan)ब्याज पर कोई GST नहीं, लेकिन सेवा शुल्क पर 18% GST
कार लोन (Car Loan)ब्याज पर कोई GST नहीं, लेकिन प्रोसेसिंग व फोरक्लोज़र चार्ज पर 18% GST
एजुकेशन लोन (Education Loan)ब्याज पर कोई GST नहीं, दस्तावेज़ शुल्क पर 18% GST
गोल्ड लोन (Gold Loan)ब्याज पर कोई GST नहीं, प्रोसेसिंग फीस पर 18% GST

7. लोन से जुड़े अन्य शुल्क पर GST (Other Charges with GST)

शुल्क का प्रकारGST दर
लॉन प्रोसेसिंग फीस (Processing Fee)18%
डॉक्यूमेंटेशन चार्ज (Documentation Fee)18%
फोरक्लोज़र चार्ज (Foreclosure Charges)18%
ईएमआई बाउंस चार्ज (EMI Bounce Charges)18%
लॉन इंश्योरेंस (Loan Insurance)18%
वैल्यूएशन चार्ज (Valuation Charges)18%

8. लोन पर GST से बचाव (How to Save GST on Loans?)

  1. कम प्रोसेसिंग फीस चुनें:
    • बैंक या NBFC द्वारा दी जाने वाली ऑफर्स की तुलना करें और कम प्रोसेसिंग फीस वाले लोन को चुनें।
  2. EMI का भुगतान समय पर करें:
    • EMI बाउंस शुल्क पर GST से बचने के लिए, समय पर भुगतान सुनिश्चित करें।
  3. फोरक्लोज़र शुल्क से बचें:
    • लोन की अवधि का सही चयन करें ताकि समय से पहले भुगतान की आवश्यकता न पड़े।
  4. ऑनलाइन आवेदन का लाभ लें:
    • कई बैंकों और NBFCs ऑनलाइन आवेदन पर प्रोसेसिंग फीस में छूट देते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

लोन पर सीधे तौर पर कोई GST (Loan Par GST Kitna Lagta Hai) लागू नहीं होता है, लेकिन प्रोसेसिंग फीस, फोरक्लोज़र चार्ज, और अन्य सेवाओं पर 18% GST लगाया जाता है। ब्याज दर पर GST लागू नहीं होने के कारण लोन लेना सस्ता पड़ता है, लेकिन अतिरिक्त शुल्क और करों को ध्यान में रखकर निर्णय लेना चाहिए। यदि आप लोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो पहले सभी शुल्कों और GST की जानकारी प्राप्त करके एक सूचित निर्णय लें।

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