होम लोन और मॉर्गेज लोन (Home Loan or Mortgage Loan Me Kya Antar Hai) दोनों ही ऋण प्रकार हैं जो आमतौर पर संपत्ति खरीदने या सुधारने के लिए दिए जाते हैं, लेकिन इनके बीच कुछ महत्वपूर्ण अंतर होते हैं। नीचे हम इन दोनों लोन प्रकारों के बीच अंतर को विस्तार से समझते हैं:
Home Loan or Mortgage Loan Me Kya Antar Hai
Table of Contents
1. परिभाषा (Definition)
होम लोन (Home Loan):
होम लोन वह ऋण है जो किसी व्यक्ति को अपनी खुद की आवासीय संपत्ति (residential property) खरीदने या निर्माण करने के लिए दिया जाता है। इसे प्रॉपर्टी के मूल्य का एक हिस्सा देने के लिए लिया जाता है, और इसे चुकाने के लिए एक तय की गई EMI राशि होती है।
मॉर्गेज लोन (Mortgage Loan):
मॉर्गेज लोन उस ऋण को कहते हैं, जिसमें किसी व्यक्ति की संपत्ति (property) को बैंक या वित्तीय संस्थान के पास बंधक (mortgage) के रूप में रख दिया जाता है। इसमें लोन की राशि को चुकाने तक, संपत्ति का स्वामित्व बैंक के पास रहता है। यह लोन आमतौर पर किसी भी प्रकार की संपत्ति (व्यावसायिक, आवासीय, कृषि) के लिए लिया जा सकता है।
2. उद्देश्य (Purpose)
होम लोन (Home Loan):
- इसका मुख्य उद्देश्य किसी व्यक्ति को आवासीय संपत्ति खरीदने, बनाने या सुधारने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
- यह केवल घर या अपार्टमेंट खरीदने के लिए दिया जाता है।
मॉर्गेज लोन (Mortgage Loan):
- इसका मुख्य उद्देश्य किसी व्यक्ति या व्यवसाय को किसी संपत्ति को बंधक (mortgage) के रूप में रखकर लोन प्राप्त करने में मदद करना है।
- यह आवासीय, व्यावसायिक, या किसी भी प्रकार की संपत्ति के लिए लिया जा सकता है।
3. संपत्ति का उद्देश्य (Property Ownership)
होम लोन (Home Loan):
- होम लोन के तहत, संपत्ति कर्जदार की होती है। लोन की अवधि के दौरान, कर्जदार उस संपत्ति का मालिक रहता है, लेकिन लोन चुकता करने तक बैंक उस संपत्ति पर मूलधन (security) के रूप में अधिकार रखता है।
- जब लोन पूरी तरह से चुकता हो जाता है, तो संपत्ति का पूर्ण स्वामित्व कर्जदार को मिल जाता है।
मॉर्गेज लोन (Mortgage Loan):
- मॉर्गेज लोन के तहत, बैंक या वित्तीय संस्थान को संपत्ति का बंधक मिलता है, जिसका मतलब है कि अगर कर्जदार लोन की EMI चुकता नहीं करता, तो बैंक संपत्ति को बेच सकता है।
- लोन चुकता करने तक संपत्ति बैंक के पास बंधक रहती है, और यदि कर्जदार लोन चुकता नहीं करता, तो बैंक संपत्ति को जब्त कर सकता है।
4. ऋण की राशि (Loan Amount)
होम लोन (Home Loan):
- होम लोन की राशि आमतौर पर संपत्ति के मूल्य का 75% से 90% होती है।
- यह लोन कर्जदार की आय, क्रेडिट स्कोर और अन्य वित्तीय जानकारी के आधार पर तय किया जाता है।
मॉर्गेज लोन (Mortgage Loan):
- मॉर्गेज लोन की राशि संपत्ति की बाजार मूल्य (market value) के आधार पर निर्धारित होती है।
- लोन की राशि अधिक भी हो सकती है क्योंकि इसमें संपत्ति को बंधक के रूप में रखा जाता है, जो बैंक को सुरक्षा प्रदान करता है।
5. ब्याज दर (Interest Rate)
होम लोन (Home Loan):
- होम लोन पर ब्याज दर आमतौर पर मॉर्गेज लोन की तुलना में कम होती है।
- इसकी ब्याज दर फिक्स्ड या वैरिएबल हो सकती है, जो लोन देने वाले संस्थान के अनुसार तय होती है।
मॉर्गेज लोन (Mortgage Loan):
- मॉर्गेज लोन पर ब्याज दर आमतौर पर होम लोन से अधिक होती है, क्योंकि इसमें बैंक के लिए जोखिम अधिक होता है।
- यह लोन अधिक सुरक्षा प्रदान करता है, लेकिन बैंक को संपत्ति की जब्ती का अधिकार होता है, इसलिए ब्याज दर अधिक हो सकती है।
6. लोन की अवधि (Loan Tenure)
होम लोन (Home Loan):
- होम लोन की सामान्य अवधि 15 से 30 साल तक हो सकती है।
- यह लोन की राशि, आय और अन्य कारकों पर निर्भर करता है।
मॉर्गेज लोन (Mortgage Loan):
- मॉर्गेज लोन की अवधि सामान्यत: 5 से 20 साल तक हो सकती है।
- हालांकि, इसका समय लोन की राशि और कर्जदार की क्षमता पर निर्भर करता है।
7. दस्तावेज़ों की आवश्यकता (Documentation Requirements)
होम लोन (Home Loan):
- आमतौर पर, होम लोन के लिए आपको पहचान प्रमाण, पते का प्रमाण, आय प्रमाण, संपत्ति दस्तावेज़ आदि की आवश्यकता होती है।
- इसके लिए अतिरिक्त दस्तावेज़ों की आवश्यकता हो सकती है जैसे कि प्री-प्राप्त बायर्स का ऑर्डर, संपत्ति का अनुमोदन प्रमाण आदि।
मॉर्गेज लोन (Mortgage Loan):
- मॉर्गेज लोन के लिए भी दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है, लेकिन इसमें संपत्ति के अधिकारों का प्रमाण और संपत्ति के मूल्यांकन से जुड़े अतिरिक्त दस्तावेज़ों की आवश्यकता हो सकती है।
8. लोन की मंजूरी प्रक्रिया (Loan Approval Process)
होम लोन (Home Loan):
- होम लोन की मंजूरी प्रक्रिया लोन के मूल्यांकन और कर्जदार की वित्तीय स्थिति के आधार पर होती है।
- इसमें कर्जदार की आय, क्रेडिट स्कोर, संपत्ति की स्थिति और अन्य कई कारकों का मूल्यांकन किया जाता है।
मॉर्गेज लोन (Mortgage Loan):
- मॉर्गेज लोन में भी संपत्ति का मूल्यांकन और कर्जदार की वित्तीय स्थिति पर आधारित प्रक्रिया होती है।
- इसमें संपत्ति की असली कीमत और उसके बंधक के रूप में रखने की क्षमता का मूल्यांकन अधिक महत्वपूर्ण होता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
होम लोन और मॉर्गेज लोन (Home Loan or Mortgage Loan Me Kya Antar Hai) दोनों ही अलग-अलग वित्तीय उत्पाद हैं, जो किसी व्यक्ति को संपत्ति प्राप्त करने या उसे बंधक के रूप में रखने में मदद करते हैं। हालांकि, मुख्य अंतर यह है कि होम लोन केवल आवासीय संपत्तियों के लिए होता है, जबकि मॉर्गेज लोन किसी भी प्रकार की संपत्ति के लिए लिया जा सकता है। मॉर्गेज लोन में, संपत्ति को बंधक के रूप में रखा जाता है, जबकि होम लोन में संपत्ति का मालिक व्यक्ति होता है।