जीएसटी प्रणाली में विभिन्न प्रकार के पंजीकरण होते हैं, जिनमें से प्रत्येक का अपना पदनाम या स्थिति होती है। ये पदनाम आपूर्ति श्रृंखला में आपकी भूमिका और आपके द्वारा वहन किए जाने वाले दायित्वों को दर्शाते हैं। आइए, विभिन्न जीएसटी पदनामों / स्थितियों (Designation / status in GST in Hindi) पर एक नज़र डालें:
1. नियमित करदाता (Regular Taxpayer):
- यह सबसे आम जीएसटी पदनाम है।
- व्यवसाय जो वस्तुओं की आपूर्ति करते हैं या सेवाएं प्रदान करते हैं और जिनका वार्षिक कारोबार ₹20 लाख से अधिक है, उन्हें नियमित करदाता के रूप में पंजीकरण करना आवश्यक है (कुछ राज्यों में ₹10 लाख)।
- नियमित करदाता इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का दावा करने और आपूर्ति पर जीएसटी का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी होते हैं।
2. शून्य-रेटेड आपूर्तिकर्ता (Zero-Rated Supplier):
- कुछ विशिष्ट वस्तुओं और सेवाओं के आपूर्तिकर्ता शून्य-रेटेड आपूर्तिकर्ता के रूप में पंजीकरण कर सकते हैं।
- इन आपूर्तियों पर जीएसटी की दर 0% है।
- हालांकि, शून्य-रेटेड आपूर्तिकर्ता इन आपूर्तियों पर भुगतान किए गए इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा नहीं कर सकते हैं।
3. रिवर्स चार्ज तंत्र (Reverse Charge Mechanism) के तहत आपूर्तिकर्ता:
- कुछ विशिष्ट आपूर्तियों के लिए, रिवर्स चार्ज तंत्र लागू होता है।
- इन आपूर्तियों के लिए, प्राप्तकर्ता आपूर्ति पर देय जीएसटी का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी होता है।
- आपूर्तिकर्ता को इन आपूर्तियों पर जीएसटी का चालान जारी नहीं करना पड़ता है
4. कम्पोजिशन करदाता (Composition Taxpayer):
- कुछ शर्तों को पूरा करने वाले छोटे व्यवसाय कम्पोजिशन स्कीम का विकल्प चुन सकते हैं।
- इस स्कीम के तहत, करदाता को कम दरों पर एकमुश्त कर का भुगतान करना होता है।
- वे इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा नहीं कर सकते हैं और उन्हें सामान्य चालान जारी करने की आवश्यकता नहीं होती है।
5. अन-रजिस्टर्ड (Unregistered):
- जिन व्यवसायों का वार्षिक कारोबार ₹20 लाख (कुछ राज्यों में ₹10 लाख) से कम है, उन्हें जीएसटी के तहत पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है।
- वे आपूर्ति पर जीएसटी का भुगतान नहीं कर सकते हैं और इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा नहीं कर सकते हैं।
6. उपभोक्ता (Consumer):
- अंतिम उपभोक्ता जो वस्तुओं को खरीदते हैं या सेवाओं का लाभ उठाते हैं, उन्हें जीएसटी पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है।
- वे आपूर्ति पर भुगतान किए गए जीएसटी का इनपुट टैक्स क्रेडिट दावा नहीं कर सकते।
7. जीएसटी प्रशासन (GST Administration):
- जीएसटी प्रशासन में केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) और राज्य कर विभाग शामिल हैं।
- वे जीएसटी कानून को लागू करने और कर संग्रह के लिए जिम्मेदार हैं।
Designation/status in GST Registration
जीएसटी पंजीकरण आवेदन फॉर्म में, “पदनाम/स्टेटस (Designation/status in GST Registration)” वह विवरण है जो यह बताता है कि फॉर्म भरने वाला व्यक्ति कंपनी या फर्म का किस पद पर प्रतिनिधित्व कर रहा है। यह विवरण उस कंपनी या फर्म के प्रकार के आधार पर भिन्न होता है। यहां विभिन्न प्रकार के व्यापार संस्थाओं के लिए पदनाम/स्टेटस की जानकारी दी गई है:
- एकल स्वामित्व (Proprietorship):
- पदनाम/स्टेटस: प्रोपराइटर (Proprietor)
- उदाहरण: राहुल शर्मा (Proprietor)
- हिंदू अविभाजित परिवार (Hindu Undivided Family – HUF):
- पदनाम/स्टेटस: कर्ता (Karta)
- उदाहरण: मोहन सिंह (कर्ता, अग्रवाल एचयूएफ) (Mohan Singh (Karta, Aggarwal HUF))
- पार्टनरशिप फर्म:
- पदनाम/स्टेटस: पार्टनर (Partner)
- उदाहरण: आलिया कपूर (पार्टनर, स्टाइल क्रिएशन) (Alia Kapoor (Partner, Style Creation))
- ** कंपनी:**
- पदनाम/स्टेटस:
- निदेशक (Director) (यदि कंपनी निदेशक मंडल द्वारा शासित है)
- प्रबंध निदेशक (Managing Director)
- कंपनी सचिव (Company Secretary)
- उदाहरण:
- रितेश देशमुख (निदेशक, आरडी फूड्स प्रा. लि.) (Ritesh Deshmukh (Director, RD Foods Pvt. Ltd.))
- सोनम कपूर (प्रबंध निदेशक, एसके कंसल्टेंसी सर्विसेज लि.) (Sonam Kapoor (Managing Director, SK Consultancy Services Ltd.))
- पदनाम/स्टेटस:
- लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप (LLP):
- पदनाम/स्टेटस: Designated Partner
- उदाहरण: अजय देवगन (Designated Partner, डीपी लेगल एलएलपी) (Ajay Devgan (Designated Partner, DP Legal LLP))
- सोसायटी/ट्रस्ट:
- पदनाम/स्टेटस: अध्यक्ष (President) / सचिव (Secretary) / मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO)
- उदाहरण: अमिताभ बच्चन (अध्यक्ष, एबी चैरिटेबल ट्रस्ट) (Amitabh Bachchan (President, AB Charitable Trust))
Designation / status in GST for proprietorship
जब कोई स्वामित्व फर्म जीएसटी पंजीकरण के लिए आवेदन करती है, तो उसे जीएसटी पोर्टल पर “पदनाम/स्टेटस” (Designation/Status) क्षेत्र में एक विशिष्ट कोड दर्ज करना होता है। यह कोड दर्शाता है कि व्यवसाय किस प्रकार का कानूनी ढांचा है।
स्वामित्व फर्म के लिए, जीएसटी पंजीकरण में “पदनाम/स्टेटस” (Designation / status in GST for proprietorship) क्षेत्र में दर्ज किया जाने वाला कोड है:
01 – प्रोपराइटर (Proprietor)
यह कोड स्पष्ट रूप से बताता है कि व्यवसाय एक स्वामित्व फर्म है और इसका स्वामित्व एक व्यक्ति के पास है। किसी अन्य कोड का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
अतिरिक्त जानकारी:
- जीएसटी पंजीकरण फॉर्म में “नाम के प्रकार” (Nature of Name) क्षेत्र में भी “स्वामित्व” (Proprietorship) का चयन करना होगा।
- स्वामित्व फर्म के मालिक का नाम ” व्यापार का नाम” (Trade Name) क्षेत्र में या “कानूनी नाम” (Legal Name) क्षेत्र में दर्ज किया जा सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि फर्म किस नाम से परिचालन करती है।
जीएसटी पंजीकरण करते समय, स्वामित्व फर्म के लिए निर्धारित कोई विशिष्ट पदनाम (Designation) नहीं होता है। हालांकि, फॉर्म जीएसटी REG-01 में “बिजनेस डिटेल्स” अनुभाग के तहत “कानूनी व्यापार का नाम/व्यवसाय का नाम” और “कानूनी व्यापार का गठन” दर्ज कराना आवश्यक होता है। “कानूनी व्यापार का गठन” विकल्प में स्वामित्व फर्म को चुनना चाहिए। इसके बाद, “प्रमोटर/पार्टनर” अनुभाग में स्वामी (प्रोप्राइटर) का विवरण दर्ज करना होता है, जिसमें उसका नाम, पैन, आधार नंबर आदि शामिल हैं।
संक्षेप में, स्वामित्व फर्म के लिए जीएसटी पंजीकरण में पदनाम/स्टेटस की जानकारी निम्न प्रकार से दर्ज कराई जाती है:
- कानूनी व्यापार का नाम/व्यवसाय का नाम: यह वह नाम है जिसके तहत आप अपना व्यवसाय चलाते हैं।
- कानूनी व्यापार का गठन: इस विकल्प में “स्वामित्व” (“Proprietorship”) का चयन करें।
- प्रमोटर/पार्टनर: इस अनुभाग में स्वामी (प्रोप्राइटर) का पूरा विवरण दर्ज करें।
उदाहरण:
मान लीजिए कि “राहुल शर्मा जनरल स्टोर” नाम का एक स्वामित्व फर्म है, जिसके मालिक राहुल शर्मा हैं। जीएसटी पंजीकरण फॉर्म में वे निम्न जानकारी दर्ज करेंगे:
- कानूनी व्यापार का नाम/व्यवसाय का नाम: राहुल शर्मा जनरल स्टोर
- कानूनी व्यापार का गठन: स्वामित्व (Proprietorship)
- प्रमोटर/पार्टनर: राहुल शर्मा (नाम, पैन, आधार नंबर सहित)
जीएसटी पंजीकरण के लिए आवेदन करते समय, आपको “पदनाम/स्टेटस” (Designation/Status) फ़ील्ड भरना होता है। यह फ़ील्ड दर्शाता है कि आप किस प्रकार के व्यापार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। एकल स्वामित्व (Proprietorship) के लिए, यहाँ सही पदनाम/स्टेटस चुना जाना चाहिए:
- Proprietor
जीएसटी पंजीकरण के लिए एकल स्वामित्व फर्मों के लिए “Proprietor” ही एकमात्र सही पदनाम/स्टेटस है। यह स्पष्ट रूप से बताता है कि व्यवसाय का स्वामित्व और संचालन एक व्यक्ति द्वारा किया जाता है।
आपको निम्नलिखित का चयन नहीं करना चाहिए:
- Director – यह पदनाम कंपनियों के निदेशकों के लिए होता है, एकल स्वामित्व के लिए लागू नहीं होता।
- Partner – यह पदनाम साझेदारी फर्मों के भागीदारों के लिए होता है, एकल स्वामित्व के लिए लागू नहीं होता।
- Managing Partner – यह पदनाम भी साझेदारी फर्मों के लिए विशिष्ट है, एकल स्वामित्व के लिए उपयुक्त नहीं है।
- Chief Executive Officer (CEO) – CEO का पदनाम आम तौर पर बड़े संगठनों में पाया जाता है, एकल स्वामित्व के लिए उपयुक्त नहीं है।