फर्जी किराया रसीद एक ऐसा दस्तावेज है जो वास्तविक किराये के भुगतान का गलत विवरण देता है। इसे HRA कटौती का दावा करने के लिए करदाताओं द्वारा जमा किया जा सकता है, भले ही उन्होंने वास्तव में कोई किराया न दिया हो।
HRA कटौती क्या है?
HRA (हाउस रेंट अलाउंस) वह राशि है जो नियोक्ता कर्मचारी को किराये के आवास के लिए देता है। यह राशि कर योग्य आय से कटौती के रूप में दावा किया जा सकता है।
फर्जी किराया रसीद दाखिल करने के क्या जोखिम हैं?
फर्जी किराया रसीद दाखिल करना कर चोरी माना जाता है। इससे आयकर विभाग द्वारा दंड और कर देयता बढ़ सकती है।
आयकर विभाग फर्जी किराया रसीद का पता कैसे लगा सकता है?
आयकर विभाग विभिन्न तरीकों से फर्जी किराया रसीद का पता लगा सकता है, जैसे कि: * मकान मालिक के पैन विवरणों का मिलान करना * बैंक स्टेटमेंट का विश्लेषण करना * संपत्ति के अस्तित्व का सत्यापन करना
फर्जी किराया रसीद दाखिल करने से कैसे बचें?
हमेशा वैध किराये के भुगतान के लिए ही रसीद जमा करें। यदि आप किराये पर नहीं रहते हैं, तो एचआरए कटौती का दावा करने के लिए अन्य वैध विकल्पों का पता लगाएं। एक कर सलाहकार से परामर्श करें।
HOW TO DETECT AND AVOID FAKE HRA CLAIM
आयकर विभाग फर्जी किराए का पता लगाने के तरीके
आप कैसे बच सकते हैं
मकान मालिक के पैन विवरणों का मिलान करना
– हमेशा उसी व्यक्ति को किराया दें जिसके पास पैन कार्ड हो। – किराये का भुगतान चेक या ऑनलाइन ट्रांसफर के माध्यम से करें। नकद भुगतान से बचें। – यह सुनिश्चित करें कि पैन विवरण आपके किरायानामे पर और आपके आयकर रिटर्न में जमा किये गए विवरणों से मेल खाते हों।
मकान मालिक के आयकर रिटर्न का विश्लेषण करना
– यदि मकान मालिक किराये की आय को अपने रिटर्न में दिखाता नहीं है, तो विभाग को संदेह हो सकता है। – किसी रिश्तेदार से किराया लेने से बचें, खासकर यदि वे अपना रिटर्न दाखिल नहीं करते हैं।
आपके क्षेत्र में प्रचलित किराए की दरों की जांच करना
– विभाग आपके क्षेत्र के लिए औसत किराए की दरों की तुलना आपके द्वारा दावा किए गए किराए से करेगा। – अवास्तविक रूप से उच्च किराए का दावा करने से बचें।
आपके और मकान मालिक के बैंक स्टेटमेंटों की जांच करना
– विभाग आपके बैंक स्टेटमेंट का विश्लेषण कर सकता है यह देखने के लिए कि क्या आपने वास्तव में किराए का भुगतान किया है। – नकद किराए के भुगतान से बचें। – यदि किराया आपके बैंक स्टेटमेंट में दिखाई नहीं देता है, तो आपके पास किराये के भुगतान का वैध प्रमाण होना चाहिए।
स्थानीय जांच पड़ताल करना
– विभाग आपके द्वारा बताए गए पते पर जांच कर सकता है कि क्या कोई वास्तव में वहां रहता है। – किसी फर्जी पते पर किराया दिखाने से बचें।